इस एक्ट के तहत साफ तौर पर लिखा है कि राजाओं के पास जो बची हुई संपत्ति है उस पर हिन्दू सक्सेशन एक्ट नहीं लगेगा।
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सतर्कता अधिकारी की जांच रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि ‘ अरुण और सुलज्जा फिरोदिया ने अपनी आखिरी चाल के रूप में कंपनी की बची हुई संपत्ति को भी अपनी अन्य कंपनियों के खातों में जमा कर दिया.